धयन मे राखिये पधने से पेहले :- ये विष्य आम दोर पर लेखा गया है और नहि के विषित को लेकर

एसे बचो और पुरे परिवार पर भी एस्का असर पधता है.

एक चीज़ समझनी और जानी बहोत आवशयक है, महत्वपूर्ण है।
एक पाइपलाइन और लाइन से देखने और समझने जाऐ तो ये शब्द प्यार ये शब्द मी बहोत गहरा साइंस है और उसके पीछे कारण भी है।
प्यार जो ये सब्द है उसकले की रंग और अर्थ रहते है और हर लोगो का ये सब्द के तरफ नजरिया अलग अलग है , सब को समजा सकते है अनुभव कहो या रु बा रु जो हुआ है उनके साथ पहले उनके जीवन से कोई घटना हुए हु हो , पर अंत साला देके भी उनपर निर्भर करता है उसको कैसे उस सचाई को एक्सेप्ट करते है के नहीं अपने पहले गलती को लेके और आगे के जेवण को कैसे बिताना और काम करके लसक्या पर्याप्त करना है.

प्यार सबसे से होता है परवर के सदस्य के साथ छाए वि माँ बाप हो भाई बहन हो, अपने बचे हो और दोस्त , पर ये प्यार का साइंस जब बॉयफ्रेंड गर्फ्रेंड का रूप लेने जा रहा होता है तो जयादा तर लोग जो देकते है और जो बोबॉयफ्रैंड गर्फ्रेंड का रिश्ते में जाने की शुरवात हु इ रहते है उसमे बहोत सारे सवाल जवाब और परीक्षा से गुज़ारना पड़ता है, कहे वो उनका खुद का आपसे का बात हो, माँ बाप का देखें का और परखने का नज़रिया हो उनके तरफ या बाई का भी, उस सिचुएशन मी वो एक दूसरे पर भरोसा रखे संभल जाते है वो एक जस्ट एग्जाम के शुरवात होते है, और आगे देखा जाए तो दोस्त लोग के तरफ से आते है, कोई कैसे का कनखजूर का काम कर ता रहता है. लड़के लड़के के लिए और लड़की का ग्रुप लड़के के लिए, कभी सला मसवरा देते है aपेहले अच्छे और फिर बुरे और बॉयफ्रेंड गर्ल फ्रेंड मी तनाव आ जाता है और दूर थोड़े से नौज हो जाते है पर फिर भी चान्सेस होते है वापस से जुड़ जाते है।

बात यहाँ परीक्षा की ख़तम नहीं होते सामाजिक और रिलेटिव के लोग काम नहीं होते कान खजूर करने में लडका या लड़की के के लिए, अरे देखे आप के पीठ पीछे क्या चल रहा है , फिर भी इस दौरों भी कठिनायों मी एकाग्रता रहते है बॉयफ्रैंड गर्ल फ्रीएडं के बात मी और दोनों पक्ष के परिवार के तो फिर आगे बीच मे कोई नहीं आसक्त और स्टेबिलिटी थोड़े चालू हो जाते है, ये हुई सिर्फ थोड़े, हो सकता है बॉयफ्रेंड या गर्लफ्रेंड मी कैसे को कोई दिनों के लिए गऊ या काम को लेके दूर या आगे के पढ़ाई को लेके थोड़े दूरइ शुरवात हो जाते है, इसमें भी एक मोड़ कभी आता है, जरुरत से ज्यादा दूरी होने से बिना एक दूसरे को बात या टच में न रहने से या टच मी रेने के ज्यादा इंकार करने से , चान्सेस हो सकते है के कोई बीच मी आ सकता है , पर ये डोरे एक नहीं करता बल्कि डसने का काम करता है जैसे साप दस के चला जाता है ज़हर भरके जो घययल या अपाहिज कर देता है.

ये गिर्ल्फ्रिएड और बॉयफ्रैंड के बाद से पहले जरुरी तो ये है , के दोनों एक दूसरे को समजे और केसमे समज नहीं पाएंगे और कहा और कैसे एक दूसरे को समजने कोशिश करेंगे कोनसी सिचुएशन मी और हल कैसे निकालेंगे ये चार्ट आउट करना जरुरी होता है, सबसे पहले आता है बरताव, उसकेबाद नेचर एक दूसरे को समझने, थोड़ा वापस दुरी रखे, एक दूसरे का तनाव कितना बरदाश कर सकते है ये भी मापना कहिये, और दूरी कब कहा कोनसे समय पर ख़त्म करे और वापस एक होना समय नेचर को कंसिस्टेंट रखे ये लेके मिलना चैये , एक दूसरे को अपने गुस्से को सिचुएशन मी के समझने और दूसरे को समझाएंगे , संभालेंगे ये भी एक पार्ट है, एक दूसरे के बरताव समझना, मानसिक संतुलन बिगड़ा तो कैसे संभा लेंगे, किस्को कौन केसे रुकाता है , दिचस्पी है या लग्न और ढगस हो, क्या पढ़ना है , कितना पढ़ना है, कब तक पढ़ना है और इसके बीच मी कितना एक दूसरे को टाइम देंगे , पढ़ाई के बाद में और किसको किनसे काम मी जेक जॉब करके कितना कमा पाएंगे, खुद का घर बसना है या माँ बाप के साथ रहना है वो भी एक चार्ट आगे के लिए होता है, ये मातर जो बॉयफ्रेंड फिरलफ्रेंड का होता है वो शादी से पहले के दूसरे के माँ बाप और परिवार से कैसे है ये भी एक टिप्स है,

ये टॉपिक नहीं के किसके पास कितना इनकम, घर का साइज, कास्ट ये काम नहीं आता कभ कभी जॉइंट फॅमिली वाले नुक्लेअर फॅमिली में सेट हो सकते है और नहीं भी हो सकते है. कौन शादी के बाद के दूसरे को समजता है और लेटगो करता है या टेकओवर करता है पॉजिटिव या नेगेटिव रोले मी छे लड़का या लड़की हो ये भी एक बात है, कोई लोग सोचते है शादी हो जाएगी, हनीमून हो जाएगा और थोड़ा कमा लेंगे और बाचा कर देंगे ये मरररिगे लाइफ नहीं है, क्या जिसे आप को पाला पोसा बड़ा किया उनको भी टाइम और सेट करते हो एयर बचे के तो एक पैनिंग होने चाइये.

कोई लोग तो बॉयफ्रैंड गर्लफ्रेंड के सुरवात हे फैसिकाल्ल्य कितने एक दूसरे के साथ रहत्ते है या रहना लड़की सुपरटे करते है उसपर है उनका फुलस्टॉप हो जाता है, के सॉरी मुझे तुम फिजिकल नहीं होने देती हो तो क्या तुम शादी के बाद करोगे क्या प्रूफ है, बताओ कुछ दीमक मी है, आधे तर लोग फिर दारू के लात मी लग जाते है या उलटे रस्ते पर चले जाते है, या दूसरे तरफ कहे तो यही मामला शादी के कोई महीने या सालो के बाद होता है के तुम फिजिकली दूर रहते है इसलिए कोई चक्क्कर रहता होगा या बच्चा नहीं करने देना या कोई पैसे कैसे निकल वन कोई काम पे जेक सिखाता होगा या तुम्हारे परिवार वालो से ऐसे लड़के बोलते है, लड़किया बोलते है में कौकरानी बनने नहीं आई, या सिर्फ शाररिक सम्बध्द टॉपिक को लेकर या अपने माँ बाप से पैसे निकलवा के तुम्हे देने, कूद काम करो कुढ़ कमाओ और मुझे भी काम करने दो तो ाचा होगा इसमें समझदारी है दोनों के, बहोत काम लोग ज्यादा लड़के लोग ये सिचुएशन एक लड़की के समझते और रिएक्ट रेस्पेक्ट करते है और विलंगली एक्सेप्ट करते है, दूसरे बात ये भी देखे है परिवार के सामने कुछ और और कमरे बांध करके कुछ और हे चलते रहता है और दोनों मकिसि एक को एक दूसरे पर दबाव या कुछ अलग ही मैटर चलता रहता है और शरत’राहकते है ये हमारा आपसे मामला है तो माँ बाप को नहीं जाना कहए वार्ना ठीक नहीं होगा बोलक ब्लैकमेल करते है.

सब लड़किया तू एक जैसे नहीं होते ये एक न्यूट्रल बात है , पार ज्यादा तार लोग दोनों मिक्स होते है लड़के और लड़की या, लड़के अपने लड़को के ग्रुप के चर्चा और गुदने पर चलते है कैसे दीवार खड़े करे और सिक्योर रहे, जब के लड़किया तैयार करते है लडकियोंको साथ में ग्रुप या उनके बही और माँ के प्लान बनकेआते, के हस्बैंड के वीकनेस को पकड़ के असते असते पैन करे डाइवोर्स का माला और डाइवर्ट कैसे अपने ट्रक सिक्योर रखे क्या साबुत एकता पहले कर वह रहके और, उस वीकनेस को पकड़के पहले फिर से पहले पुलिस को इन्फॉर्म कर, फिर ,फॉर केस के तैयार करे, और एडवोकेट के गाइड पर कैसे चले अदालत मी क्या बोले और फिर क्या शर्त रखे अगर लड़के को सिक्योर रखें रहना है या बचना है तो.
आधी लड़किया डायरेक्ट एक घर मांग लेते है, या घर का थोड़ा हिस्सा सब का काम का इनकम को पकड़के बी या वुछ होी आसानी से मिला तो बोलते है ये कमज़ोर है मुझे पहले पता नहीं था, मालूम पड़ा तब तक मेने संभाला, फॉर भी मेरे सेकरनेस मुझे ान लगे तो ये ग्रौंड्स पे मी अपने आगे के लाइफ सिक्योर करके डाइवोर्स लेते हुआ, ये भी काम न किया तो बोलते इसका एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर है , और इसको गिरफ्तार करके सब सेखाओ,

एक साइड ये भी है, के सधी के बाद दोनों लोग कही प्रॉब्लम मे फस जाते है तो पहले डॉट या पहले लवर के पास रे लेने चले जाते है सिचुएशन कैसे हैंडल करे, फ़िरेन्द सर्किल अच्छा हो तो पॉजिटिव साला देके देके उलटे सिचुएशन को सॉल्व करते है, डाइवोर्स होने के बात तक पचे तो मदत करते है आगे जो ज्यादा तर ये लड़के है हस्बैंड को ाचा नाही लगता , है कुढ़ करे तो अच्छा और बीबी करे तो गुना, बहार नहीं जाने देते , काम के जगह आके जगहदा करते है और बोस को स्टाफ को भी बोलते ये लड़की अचे नहीं है.

दुसरी और लड़किया भी कम नहीं होते है. वो भी डबल रहते है, एक हस्बैंड सिटी मे और एक हस्बैंड गौ मी होता है, सिटी मी ऐसे सिचुएशन भी हुए है के रहते भले एक साथ है हस्बैंड वाइफ पर हस्बैंड का पैसे पहले द्विरसे हस्बैंड को दे देते है और कॉम्प्लान करते है हस्बैंड के असते असते इनकम और सैलरी कम हो गयी है तुम्हारे , इस्लिये लड़किया सिक्योर लॉ के तरफ भी और पेहेले के डिविर्से हस्बैंड के फ़माइली से होक पैन करके करंट हस्बैंड पर कोई न कोई आरोप अभि के हस्बैंड और उनके माँ इल्जाम बाप पर डालके पुलिस का सहारा और पास्ट हस्बैंड का सहारा और खुद का सहारा सिक्योर करके फाइनल पहले ही प्लान त्यार किया गया होता है, उसमे सब शामिल होते है फ्रेंड्स फॅमिली पुलिस और लॉ. ऐसे में कोई लड़किया अचानक से एक डैम वेल ऑफ हो जाते है बिना कमाए, बूत ये सिक्योर नहीं रहता एकताल मी जितना देखता है, थोड़े टाइम महीने बरसो की बाद पास्ट हस्बैंड और फ़माइली बोल देते है ये जो प्यासा और घर मिला है न ये तुजे मेरे वजह से मिला है, इसलिए जो तेरे लाइफ अब सेटल हो गए है तो ये सब मेरा अब तू मुझे छोड़ दे और अपने माँ बाप के घर चले जा वार्ना तेरे रास्ता ये है दसरे हस्बैंड को बुलाके दे के ये घर जवर्दस्ती दिया है के मै मी उसके साथ राहु, मेने नहीं कहा था उसको मेरे साथ रहना था.

ऐसे सिचुएशन मी लड़की तीनो परिवार से हार जाते है और पास्ट हस्बैंड बिल्ट है रहना है न तो बच्चा दूसरे वाले हस्बैंड के घर रखे याहै रे चुप चाप क्यों के या बचा मेरे सी नहीं हुआ तो मेरे ज़िम्मेदारी नहीं है.

अधिवक्ता अपने फीस का काम कर चूका होता है उसका काम वह ख़तम हो गया रहता है, और लॉ अपना कायदा सुना के काम करवा लिया होता है.

मॉली अब डिवोर्स का रेट बहोत बाढ़ गया है और या तक के एक्सप्रिएंस लाये=वेर्स जान चुके है के लड़के को पैसा चाइये और निकलवाना है इसलिए हस्बैंड के शिकायत लके आ रहे यही और लड़की को पैसे और फी कर करंट इनकम सोर्स अभी और पास्ट हुएसबेण्ड और फरीनेड सर्किल के हेल्प से यही इसलिए वो फेस के भरपाई कर पाती है, लास्ट मी इनको सिर्फ प्रॉपर्टी कहिये रहता है बोकले मेरे लिए चाट कहा से आलू , बच्चा भी है और मेरे माँ बाप मुझे एक्सेप्ट नहीं करते.

दूसरे और हस्बैंड का बांड भी बच जाता है ज्यू के लड़की को लागत है के इसपर सामाजिक नाम ख़राब करके या साबुत इख्ठा करके के ये दिन मक और हेल्थ से स्टेबल नहीं और इसको नौरी नहीं मिल रहे है इसलिए कोई लड़की न उसका परिवार इसको साथ देगा और ये आखे मी और अकेला रहके दीमक के सिथि स्टेबल न रहकर नहीं भी होगा तो हो भी जाएगा. मुझे तो पैसे मिल गए और मे आगे का कहरचा और काम जॉब भी करूंगी घर भी बॉस जाएगा और बचे के ऍफ़ दी बना लुंगी और स्कूल फीस भी हो जाएगी और अकेले रहने मी और मज़ा आएगा.

ये एक्सपीरियंस और सिचुएशन कैसे और का देखे के हर लड़े अब एकदम अलर्ट हो चुके है दूसरे के बात और सीख समाज गए चुके होते है अके ले ही ठीक है

क्यों के भारत का क़ानून लड़कियों के किये और उनके साइड ही लगा और लेता रहेगा फिर क्यों न लड़के सीधे हो तो भी फसेंगे. दूसरे और से जो लड़किया हस्सेमेंट भूकर चुके होते है या बोयफ़्रूइद से ही दागा मिला हुआ रहता है , वो कोई रिश्ता सोचती नहीं और शादी नहीं करते क्यों के उनके घाव मिटी नहीं होते और दर भी अंदर मन मी रहता है के दूसरा लड़ा या परिवार को मालूम पड़ा तो मेरा और मेरे माँ बाप का नाम बिगड़ जाएगा इसलिए अकेले रहके काम करके कामना ही अच्छा है के माँ बाप के पैसे पर निर्भर न रहे क्यों के बहिआ होंगे तो घर और माकन और पैसा उनके नाम करने प्रेफर करेंगे सिक्योरिटी के लिए।

सच बात तो ये है की भारत ने नानुन बनाया था लड़कीओ को फ्री होक जीने , पर अभ लड़किया उस्का गलत फ़ायद उठती है. ये बात कई वकिल लोग भी जान चुके है